'कुंवर नारायण' Kunwar Narayan ka jivan parichay Kunwar Narayan Biography in Hindi
कुंवर नारायण
'कुंवर नारायण' Kunwar Narayan ka jivan parichay Kunwar Narayan Biography in Hindi
नाम-कुँवर नारायण
जन्म-19 सितंबर 1927
जन्म स्थान-फैजाबाद, उत्तरप्रदेश
पेशा-लेखक, कवि
मृत्यु-15 नवम्बर 2017
भाषा-हिन्दी
राष्ट्रीयता-भारतीय
काल-आधुनिक काल
कुँवर नारायण का साहित्य परिचय-
कुँवर नारायण भारतीय साहित्य के प्रमुख लेखकों में से एक हैं। उनकी रचनाएँ उत्तर भारतीय समाज, संस्कृति, और धार्मिक विचारों पर आधारित हैं। उनकी प्रमुख रचनाओं में "छायावाद" और "धर्मार्थ" के संदर्भ में लेखित कविताएं शामिल हैं। उन्होंने अपनी कविताओं में भारतीय समाज की विभिन्न पहलुओं को प्रकट किया है।
कुँवर नारायण का जीवन परिचय, शिक्षा, जन्म,कार्य
कुंवर नारायण का जन्म 1927 ई० में फैजाबाद में हुआ। कुँवर नारायण जी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से एम० ए० किया।फिर 'युगचेतना' पवित्र के सम्पादक मंडल के सदस्य रहे और मोटर-व्यवसाय में लगे। नारायण जी ने चेकोस्लोवाकिया, पोलैंड, रूस, चीन आदि देशों की यात्राएं भी की थी।
कुँवर नारायण के कविता-
कुँवर नारायण के कविताएँ 1947 ई० से आरम्भ होती हैं। उनकी कविताएँ 'तीसरा सप्तक' (1959) में आयी है। चक्रव्यहू (1956), परिवेश, हम तुम,आत्मजयी (1986), अपने सामने आदि काव्य पुस्तकें तथा आकारों के आस-पास नामक कहानी पुस्तकें प्रकाशित हैं। कुँवर नारायण ने समीक्षाएँ और लेख भी लिखे है। उन्होंने मलामे, बोखेस कवाफ़ी आदि की कविताओं के अंग्रेजी से हिन्दी में सफल अनुवाद भी किये हैं।कुँवर नारायण नयी कविता के चर्चित कवि हैं। वे व्यक्ति और समाज के प्रति, भूत और अध्यात्म के प्रति संतुलित दृष्टि रखते हैं। स्थापित मान्यताओं के प्रति आलोचनात्मक रुख, नवीन तथ्यों और सत्यों के प्रति अन्वेषणात्मक दृष्टिकोण, भाषा-सौंदर्य और काव्य संरचना के प्रति अतिशय सजगता कवि की खास विशेषताएँ हैं।
कुँवर नारायण जी के पुरस्कार-
ज्ञानपीठ सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार,व्यास सम्मान, कुमार आशन पुरस्कार,शलाका सम्मान, साहित्यिक सम्मान,कबीर राष्टीय सम्मान,प्रेमचंद सम्मान आदि से सम्मानित किया गया था।
कुँवर नारायण जी की मृत्यु-
कवि कुंवर नारायण जी की मृत्यु 15 नवम्बर सन 2017 को 90 वर्ष की आयु में हुआ।
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