दुर्गा पूजा पर निबंध Durga Puja Essay in Hindi
दुर्गा पूजा पर निबंध Durga Puja Essay in Hindi
भूमिका :
भारत विविधताओं का देश है। यहाँ विभिन्न पर्व और त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें से दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है। यह उत्सव शक्ति, आस्था और भक्ति का प्रतीक है।
दुर्गा पूजा का महत्व :
दुर्गा पूजा मुख्यतः शक्ति की देवी माँ दुर्गा की उपासना का पर्व है। माना जाता है कि नवरात्रि में माँ दुर्गा पृथ्वी पर आती हैं और भक्तों के दुख दूर करती हैं। बंगाल में यह पर्व विशेष उत्साह से मनाया जाता है, परन्तु आज यह पूरे भारत और विदेशों तक प्रसिद्ध हो चुका है।
पूजा विधि :
यह उत्सव नौ दिनों तक चलता है। इन दिनों लोग उपवास रखते हैं, देवी की प्रतिमा की स्थापना होती है और भजन-कीर्तन किए जाते हैं। जगह-जगह पंडाल सजाए जाते हैं जिनमें देवी दुर्गा की भव्य प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं। दसवें दिन विजयादशमी को प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व :
दुर्गा पूजा केवल धार्मिक पर्व नहीं है बल्कि यह समाज में एकता, सहयोग और भाईचारे का संदेश भी देती है। इस अवसर पर मेले, नाटक, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह उत्सव कला और संस्कृति को भी जीवित रखता है।
उपसंहार :
दुर्गा पूजा भारतीय संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। यह हमें सिखाती है कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय पाती है। माँ दुर्गा की पूजा हमें साहस, शक्ति और सद्गुणों के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।
दुर्गा पूजा पर निबंध 500 शब्दों में Essay On Durga Puja in Hindi
दुर्गा पूजा पर निबंध 500 शब्दों में Essay On Durga Puja in Hindi
भारत त्योहारों का देश है। यहाँ प्रत्येक त्योहार समाज को एक नई ऊर्जा और उत्साह से भर देता है। इन्हीं प्रमुख त्योहारों में से एक है दुर्गा पूजा, जो शक्ति की देवी माँ दुर्गा को समर्पित है। यह पर्व विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, असम, उड़ीसा, बिहार और झारखंड में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन आज यह पूरे भारत ही नहीं, विदेशों में भी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाने लगा है।
दुर्गा पूजा का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। मान्यता है कि इस अवसर पर माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध कर संसार को उसके अत्याचारों से मुक्त किया था। यह पर्व सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर, और न्याय की अन्याय पर विजय का प्रतीक है। इसलिए इसे शक्ति और नारी-शक्ति की पूजा का पर्व भी कहा जाता है।
दुर्गा पूजा का आयोजन सामान्यतः शारदीय नवरात्रि के दौरान होता है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है। पहले दिन घटस्थापना की जाती है और माँ दुर्गा के स्वागत की तैयारी होती है। धीरे-धीरे पूरे नगर और गाँव का वातावरण भक्ति और उल्लास से भर उठता है। जगह-जगह पंडाल बनाए जाते हैं, जिनमें माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं। इन पंडालों की सजावट देखने लायक होती है। कुछ पंडाल तो किसी प्रसिद्ध इमारत, मंदिर या कला की झलक दिखाते हैं।
पूजा के दौरान भक्तजन सुबह-शाम माँ की आराधना करते हैं। ढाक (एक प्रकार का बाजा) की आवाज, शंखध्वनि और मंत्रोच्चारण वातावरण को और भी पवित्र बना देते हैं। महिलाएँ विशेष रूप से सिंदूर खेला में भाग लेती हैं, जिसमें वे माँ दुर्गा को विदा करते समय एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। पूजा के दौरान लोग अन्नकूट भोग चढ़ाते हैं और प्रसाद ग्रहण करते हैं।
दुर्गा पूजा केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। नाटक, नृत्य, गीत-संगीत और कवि-सम्मेलन जैसी गतिविधियाँ लोगों का मनोरंजन करती हैं। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक, सभी इस त्योहार में भाग लेकर आनंद का अनुभव करते हैं।
इस पर्व का सबसे भावुक क्षण वह होता है जब विजयादशमी के दिन माँ दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। भक्तजन डूबते मन से माँ को विदा करते हैं और अगले वर्ष पुनः आने की प्रार्थना करते हैं। इस दिन लोग एक-दूसरे को गले मिलकर बधाई देते हैं और बड़ों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेते हैं।
दुर्गा पूजा का संदेश बहुत गहरा है। यह हमें सिखाता है कि बुराई कितनी ही शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः सत्य और अच्छाई की जीत निश्चित है। साथ ही यह त्योहार हमें नारी शक्ति का महत्व समझाता है और समाज में स्त्री के सम्मान की भावना को जगाता है।
निष्कर्ष
दुर्गा पूजा भारतीय संस्कृति और आस्था का अद्भुत प्रतीक है। यह हमें एकजुटता, भक्ति, नारी-शक्ति और धर्म की रक्षा का संदेश देता है। सचमुच, दुर्गा पूजा केवल एक त्योहार ही नहीं, बल्कि जीवन में अच्छे कर्म और सच्चाई की ओर प्रेरित करने वाली एक पावन परंपरा है।
दुर्गा पूजा पर निबंध 10 लाइन Durga Puja Essay in Hindi
दुर्गा पूजा पर निबंध 10 लाइन Durga Puja Essay in Hindi
1. दुर्गा पूजा एक बड़ा त्यौहार है।
2. इसमें माँ दुर्गा की पूजा होती है।
3. लोग इसे बहुत खुशी से मनाते हैं।
4. यह त्योहार नवरात्रि में आता है।
5. लोग माता की मूर्ति बनाते हैं।
6. ढोल-नगाड़े बजते हैं।
7. मेले और पंडाल सजते हैं।
8. सब लोग माता से आशीर्वाद लेते हैं।
9. यह बुराई पर अच्छाई की जीत बताता है।
10. दुर्गा पूजा हमें भक्ति और साहस सिखाती है।
2. इसमें माँ दुर्गा की पूजा होती है।
3. लोग इसे बहुत खुशी से मनाते हैं।
4. यह त्योहार नवरात्रि में आता है।
5. लोग माता की मूर्ति बनाते हैं।
6. ढोल-नगाड़े बजते हैं।
7. मेले और पंडाल सजते हैं।
8. सब लोग माता से आशीर्वाद लेते हैं।
9. यह बुराई पर अच्छाई की जीत बताता है।
10. दुर्गा पूजा हमें भक्ति और साहस सिखाती है।
Tags:
Essay


