Jharkhand Board Class 8 Hindi notes बड़े भाई साहब

बड़े भाई साहब Jharkhand Board Class 8 Hindi Chapter 5 Ncert Question Answer 

बड़े भाई साहब     Hindi Chapter 5 Ncert Question Answer

बड़े भाई साहब Jharkhand Board Class 8 Hindi Chapter 5 Ncert Question Answer 

वस्तुनिष्ट प्रश्न

1.उपर्युक्त गद्यांश किस कहानी से लिया गया है? 
(A)मित्रता
(B)छोटा जादूगर
(C)बड़े भाई साहब
(D)अमरुद की पेड़

2.इस गद्यांश के रचनाकार कौन है? 
(A)मुंशी प्रेमचंद
(B)रामचंद्र शुक्ल
(C)जयशंकर प्रसाद
(D)विश्वनाथ त्रिपाठी

3.यह हिंदी साहित्य की कौन-सी विधा है? 
(A)नाटक
(B)जीवनी
(C)कहानी
(D)निबंध

4."मैं छोटा था" में छोटा कौन था? 
(A)प्रेमचन्द
(B)शिवानी 
(C)रामचन्द्र
(D)इनमें कोई नहीं 

5.लेखक के बड़े भाई की उम्र क्या थी? 
(A)10 वर्ष
(B)18 वर्ष
(C)14 वर्ष
(D)20 वर्ष

6.कौन कभी-कभी एक ही नाम या शब्द को दस-बीस बार लिखता है? 
(A)लेखक स्वयं
(B)लेखक का बड़ा भाई
(C)छोटा भाई
(D)इनमें कोई नहीं

7.लेखक का बड़ा किस जमात थे? 
(A)पाँचवीं
(B)नौवीं
(C)सातवीं
(D)इनमें से कोई नहीं

8.लेखक के भाई कभी-कभी एक शेर को बार-बार कैसे अक्षरों से नकल करते? 
(A)मोटे 
(B)पतले
(C)सुंदर
(D)इनमें से कोई नहीं 

9.किनकी रचनाओं को समझना छोटी मुँह और बड़ी बात थी? 
(A)लेखक की 
(B)लेखक के बड़े भाई की
(C)लेखक के छोटे भाई की 
(D)इनमें से कोई नहीं, 

10.'चेष्टा' का अर्थ होता है—
(A)प्रयास
(B)मेहनत
(C)अभ्यास
(D)इनमें से कोई नहीं

बड़े भाई साहब Jharkhand Board Class 8 Hindi Chapter 5 Ncert Question Answer 

अभ्यास प्रश्न 

(Q)1.लेखक के बड़े भाई अपने दिमाग को आराम देने के लिए क्या-क्या करते थे? 
Ans-लेखक के बड़े भाई अपने दिमाग को आराम देने के लिए कभी कॉपी पर, कभी किताब के हाशियायों पर चिड़ियों, कुत्तों, बिल्लियों की तस्वीरों बनाया करते थे। कभी-कभी एक ही नाम या शब्द या वाक्य दस-बीस बार लिख डालते। कभी एक शेर को बार-बार सुंदर अक्षरों से नकल करते। कभी ऐसी शब्द-रचना करते, जिसमें न कोई अर्थ होता, न कोई समांजस्य। 

(Q)2.लेखक के भाई ने लेखक के सामने पढ़ाई का कैसा चित्र खींचा? 
Ans-लेखक के भाई ने लेखक के सामने पढ़ाई का ऐसा भयंकर चित्र खींचा, जिसने लेखक को भयभीत कर दिया। वह घर भागते-भागते बचा। 

(Q)3.समझ, किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनियाँ देखने से आती हैं।' इस कथन को किसी एक उदाहरण से सिध्द करें। 
Ans-बड़े, भाई साहब एक स्थान पर उदाहरण देते हैं कि उनके हेडमास्टर साहब हैं जो ऑक्सफ़ोर्ड से एम. ए हैं लेकिन जबतक स्वयं घर चलाते थे एक हजार रूपये भी कम पड़ जाते थे। लेकिन जब उनकी सामान्य समझ रखनेवाली बूढ़ी माँ घर का प्रबंध करने लगी। तो जैसे घर में लक्ष्मी आ गई है। वह बखूबी एक हजार में घर चलाकर घर को धन्य-धान्य से पूर्ण कर रही हैं। घर जब किसी चीज, की कमी नहीं रह गई। इस तरह कहा जा सकता है कि 'समझ, किताबें पढ़ने से नहीं आती, देखने से आती है।' 

(Q)4.लेखक के बड़े भाई ने परीक्षा में सफलता के लिए क्या-क्या किया? आप परीक्षा की तैयारी कैसे करते हैं? 
Ans-बड़े भाई साहब स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे। वे परीक्षा में सफलता के लिए कड़ी मेहनत किया करते थे। वे परीक्षा में सफलता के लिए कड़ी मेहनत किया करते थे। आस-पास में होनेवाले मेले-तमाशे कभी देखने नहीं जाते थे। हॉकी-क्रिकेट आदि के मैच कभी नहीं खेलते या देखते किताब खोलकर बैठे रहे थे ताकि परीक्षा में सफल हो सकें। 

(Q)5.बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पाएदार बनें।!-इस पंक्ति का भाव स्पष्ट करें। 
Ans-बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पाएदार बनें।' इस पंक्ति का भाव यह है कि लेखक के बड़े भाई साहब तालीम जैसे महत्व के मामले में जल्दीबाजी से काम लेना पसंद नहीं करते थे। पढ़ाई रूपी भवन की बुनियाद खूब मजबूत डालना चाहते थे, जिसपर आलीशान महल बन सके। इसलिए एक साल की पढ़ाई का काम दो साल में करते थे। कभी-कभी एक ही कक्षा में तीन साल भी लग जाते थे। 

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