ऊष्मा Class 7 Science Chapter 4 Question Answer

ऊष्मा Class 7 Science Chapter 4 Question Answer 

Class 7 Science Chapter 4 Question Answer ऊष्मा

ऊष्मा Class 7 Science Chapter 4 Question Answer 

1
.प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच समानताएँ तथा अंतर लिखिए।

Ans-प्रयोगशाला तापमापी और डॉक्टरी थर्मामीटर दोनों ही उपकरण हैं जो तापमान मापने के लिए उपयोग होते हैं। इन दोनों में कुछ समानताएं हैं, जैसे कि दोनों तापमान को मापने के लिए उपयुक्त हैं और ये वैद्यकीय और प्रयोगशाला परियोजनाओं में इस्तेमाल हो सकते हैं। हालांकि, इन दोनों के बीच कुछ अंतर भी हैं।

यहाँ प्रयोगशाला तापमापी और डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर दिए जाएंगे:

(i)उपयोगकर्ता: प्रयोगशाला तापमापी वैज्ञानिकों और प्रयोगशाला कर्मचारियों द्वारा उपयोग की जाती है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर चिकित्सकों और वैद्यकीय स्थानों में उपयोग के लिए बनाया जाता है।

(ii)उपयोग का प्रकार: प्रयोगशाला तापमापी आमतौर पर स्थिर वातावरण में तापमान मापने के लिए उपयोग होती है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर मानव शरीर के तापमान को मापने के लिए बनाया जाता है।

(iii)मापन का तरीका: प्रयोग शाला तापमापी सामान्यतः विद्युतीय संचालित थर्मोकोपल तकनीक का उपयोग करती है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर विशेष थर्मोकोपल या इंफ्रारेड संवेदक के माध्यम से तापमान का मापन करता है।

(v)आँकड़े: प्रयोगशाला तापमापी आमतौर पर अधिक आँकड़ों के साथ आती है और इसमें स्थिर तापमान के लिए उच्च योग्यता होती है। वहीं, डॉक्टरी थर्मामीटर मानव शरीर के तापमान के मापन के लिए अधिकतर डिजिटल और आँलोग दोनों उपलब्ध होते हैं और यह अधिकांशतः साधारण तापमान रेंज में कार्य करते हैं।

इन रूपों में, प्रयोगशाला तापमापी और डॉक्टरी थर्मामीटर अपने उपयोगकर्ताओं के आवश्यकताओं और तापमान मापन की विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग होते हैं।

ऊष्मा Class 7 Science Chapter 4 Question Answer 

2.ऊष्मा चालक तथा ऊष्मा-रोधी, प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।

3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिएः

(क)कोई वस्तु कितनी गरम है इसकी जानकारी --------------- द्वारा प्राप्त होती है।

(ख)उबलते हुए पानी का ताप --------------- तापमापी से नहीं मापा जा सकता।

(ग)ताप को डिग्री --------------- में मापते हैं।

(घ)बिना किसी माध्यम द्वारा ऊष्मा स्थानांतरण के प्रक्रम को --------------- कहते हैं।

(ड.)स्टील की एक ठंडी चम्मच गर्म दूध के प्याले में रखी गई है। यह अपने दूसरे सिरे तक ऊष्मा का स्थानांतरण --------------- प्रक्रम द्वारा करेगी।

(च)हल्के रंग के वस्त्रों की अपेक्षा --------------- रंग के वस्त्र ऊष्मा का अधिक अवशोषण करते हैं।

उत्तर यहाँ देखें-

(क)त्वचा या तापमानी
(ख)डॉक्टरी 
(ग)सेल्सियस
(घ)विकिरण
(ड.)चालन
(च)गहरे काले

4.कॉलम A में दिए कथनों का कॉलम B के शब्दों से मिलान

       कॉलम A                                  कॉलम B
(क)थल समीर के बहने का समय             (i)गर्मियाँ
(ख)समुद्र समीर के बहने का समय            (ii)सर्दियाँ
(ग)गहरे रंग के कपड़ पसन्द करने का समय  (iii)दिन
(घ)हल्के रंग के कपड़ पसन्द करने का समय  (iv)रात
उत्तर यहाँ देखें-
(क)—(iv)
(ख)—(iii)
(ग)—(i)
(घ)—(ii)

5.सर्दियों में एक मोटा वस्त्र पहनने के तुलना में उसी मोटाई का कई परतों का बना वस्त्र अधिक उष्णता क्यों प्रदान करता है? व्याख्या कीजिए।

Ans-सर्दियों में, मोटे वस्त्र पहनना आमतौर पर उष्णता और गर्मी को बचाने का एक प्रमुख तरीका है। इसका कारण है कि मोटे वस्त्र एक अतिरिक्त परतों का बना होता है, जो ताप रखते हैं और उष्णता को बाहर निकालने से रोकते हैं। 
वस्त्रों का तापमान प्रभावित करने के लिए एक प्रमुख तत्व होता है वस्त्र की ताप ग्राहकता (thermal conductivity)। ताप ग्राहकता एक वस्त्र के माध्यम से ऊष्मा (heat) की प्रवाह क्षमता को निर्धारित करती है। 
मोटे वस्त्रों में, उष्णता को बाहर निकालने के लिए अधिक परतें होती हैं। इसका मतलब है कि मोटे वस्त्रों की ताप ग्राहकता कम होती है, और उष्णता को प्रवाहित करने के लिए अधिक समय लगता है। इस प्रकार, यह वस्त्र अधिक उष्णता रोकता है और उष्मा को बचाता है। इसलिए, जब आप मोटे वस्त्र को धारण करते हैं, तो यह अपर्याप्त उष्मा बाहर निकालने के लिए बाध्य होती है और आपको अधिक उष्णता प्रदान करता है।
इसके अलावा, मोटे वस्त्रों के बीच में बंद होने वाली हवा की परतें भी होती हैं, जो एक वातावरणीय बाधा का कारण बनती हैं। यह परतें हवा के प्रवाह को रोकती हैं और इस प्रकार वस्त्र के अंदर का हवा स्थिर रहता है। स्थिर हवा एक अतिरिक्त ताप बाधा प्रदान करती है, क्योंकि हवा ताप का अच्छा ग्राहक होती है। इसलिए, यह परतें आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करती हैं और अधिक उष्णता प्रदान करती हैं।
इस प्रकार, मोटे वस्त्रों के कारण उष्णता का अधिकांश निकास होने में बाधा होती है और यह आपको गर्म रखता है। इसके फलस्वरूप, इस प्रकार का वस्त्र उष्णता प्रदान करता है और सर्दी से बचाता है।
6.गरम जलवायु के स्थानों पर यह परामर्श दिया जाता है कि घरों की बाहरी दीवारों पर श्वेत (सफ़ेद) पेन्ट किया जाए। व्याख्या कीजिए।
Ans-गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में, बाहरी दीवारों को श्वेत (सफेद) पेंट करने की सलाह दी जाती है। इसका कारण है कि श्वेत रंग गर्मी को अधिक सुलभता से अवशोषित करने की क्षमता रखता है। यह बाहरी दीवारों पर बारिश और धूप के प्रभाव को कम करता है और उन्हें स्थिर और ठंडे रखता है।
श्वेत पेंट रंग के चुनाव का वैज्ञानिक आधार इस पर आधारित है कि सफेद रंग सबसे अधिक प्रकाश को अवशोषित करता है और उसे प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसलिए, जब धूप या तापमान बढ़ता है, श्वेत पेंट रंग दीवार के सतह पर लगे गर्मी के अधिकांश हिस्से को प्रतिबिंबित करने के बजाय उसे अवशोषित कर लेता है। इस प्रकार, यह दीवार को ठंडा रखता है और घर की अंदर गर्मी को कम करता है।
वैसे भी, श्वेत पेंट रंग को गर्मी और सूर्य के ताप प्रभाव का प्रभाव नहीं होता है, जो इसे रंगाने वाले अन्य रंगों से अलग करता हैं। इसके अलावा, यह दीवार
को धूप के प्रभाव के खिलाफ भी सुरक्षा प्रदान करता है, क्योंकि सफेद रंग धूप को प्रतिबिंबित नहीं करता है, जिससे यह दीवार कम गर्म होती है।
इस प्रकार, श्वेत पेंट रंग का उपयोग गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में बाहरी दीवारों को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है और यह एक मुख्य कारक हो सकता है जो घर को ठंडा और आरामदायक बनाए रखता है।
7.30 °C के एक लिटर जल को 50 °C के एक लिटर जल के साथ मिलाया गया। मिश्रण का ताप होगा
(क)80 °C
(ख)50 °C से अधिक लेकिन 80 °C से कम
(ग)20 °C
(घ)30 °C तथा 50 °C के बीच
8.40 °C ताप की लोहे की किसी गोली को कटोरी में भरे 40 °C ताप के जल में डुबाया गया। इस प्रक्रिया में ऊष्मा
(क)लोहे की गोली से जल की ओर स्थानांतरित होगी।
(ख)न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानांतरित होगी।
(ग)जल से लोहे की गोली की ओर स्थानांतरित होगी।
(घ)दोनों के ताप में वृद्धि कर देगी।
9.लकड़ी की एक चम्मच को आइसक्रीम के प्याले में डुबोया गया है। इसका दूसरा सिरा
(क)चालन के कारण ठंडा हो जाएगा।
(ख)संवहन के कारण ठंडा हो जाएगा।
(ग)विकिरण के कारण ठंडा हो जाएगा।
(घ)ठंडा नहीं होगा।
10.स्टेनलेस इस्पात की कड़ाही में प्रायः कॉपर (ताँबे) की तली लगाई जाती है। इसका कारण हो सकता है
(क)ताँबे की तली कड़ाही को अधिक टिकाऊ बना देती है।
(ख)एेसी कड़ाही देखने में सुन्दर लगती है।
(ग)स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
(घ)स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबे को साफ करना अधिक आसान है।
11.स्टेनलेस इस्पात की कड़ाही में प्रायः कॉपर (ताँबे) की तली लगाई जाती है। इसका कारण हो सकता है
(क) ताँबे की तली कड़ाही को अधिक टिकाऊ बना देती है।
(ख) एेसी कड़ाही देखने में सुन्दर लगती है।
(ग) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
(घ) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबे को साफ करना अधिक आसान है।

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